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“शगुन” 
( Furniture & Home Essential Pakeges )
यह स्टार्टअप बढ़ती महंगाई और शादी विवाह में बेतहाशा खर्च होती राशि के बाद भी पर्याप्त वस्तुएं और सुविधाएं नहीं मिल पाने के बीच के गैप को कम करने और उससे राहत के उद्देश्य से शुभारंभ किया गया है. आमतौर पर शादी विवाह, ​निकाह के मौके पर लोग खर्च करते हैं, लेकिन जितना रुपया पेयमेंट करते हैं, उसके एवज में उन्हें वह क्वालिटी और प्राइस नहीं मिलता है जिसके वे हकदार होते हैं. शगुन की ओर से उन्हें उन्हीं वस्तुओं को थोक रेट पर उपलब्ध कराया जाता है और कुछ भी नहीं है इसमें. 
 
शुरुआती पैकेज 51 हजार का 
घर गृहस्थी बसाने के लिए नए  नवेले युगल जोड़ों को घर की जरूरत के लिए जो सबसे जरूरी समान हैं, उन्ही 21 वस्तुओं का सेट 51 हजार के मूल्य में उपलब्ध कराया जाता है.51 हजार में 21 समान का सेट यह न्यूनतम पैकेज हैं. इससे ज्यादा के भी पैकेज हैं, उसमें समान और उसकी क्वालिटी और भी ज्यादा बढ़ जाती है.
 
हमारा यहा दावा है
शगुन का यह दावा है कि जिस मूल्य हमारे यहां पैकेज का समान उपलब्ध कराया जाता है, वह आम खुदरा बाजार से 40 से 50 प्रतिशत सस्ता हो सकता है. इसके पैकेज का मूल्य निर्धारण इस तरह से किया गया है कि यदि कोई यहां से खरीद कर करीब 300 मिलोमीटर के रिडियस या करीब  10 हजार रुपए तक किराया लगा कर ले जाता है तो भी पूरा पैकेज उसके अपने लोकल बाजार के खुदरा मूल्य से सस्ता ही होगा.
 
शगुन थोक पर क्यों देता है
स्टार्टअप का मतलब ही होता है लीक से अलग हटकर. फर्निचर के सेट जैसे बेड, सोफा सेट, सेंटर टेबल, ड्रेसिंग डेबल, अलमारी आदि का प्रोडक्शन खुद शगुन की ओर से कराया जाता है. इसके अलावा हाउसहोल्ड की दूसरी वस्तुएं सीधे कंपनी से थोक कहे या डीलर रेट पर खरीदी जाती है. इस तरह से हमारी लागत कम आती है. हम रिटेलर की तरह से मोटा मुनाफे के चक्कर में कस्टमर से ज्यादा कीमत वसूलने के बजाया न्यूनतम कीमत पर उपलब्ध कराते हैं. इससे कस्टमर का भरोसा बढ़ता और और उसके माध्यम से अपने आप हमसे नए नए कस्टमर जुड़ते हैं. 
 

संजय स्वदेश

फाउंडर

दिल्ली यूनिवर्सिटी के ​प्रतिष्ठित किरोडीमल कॉल से ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट.मासकॉम प्रोफेशनल, देश की दर्जनों प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ करीब दो दशक का वर्क एक्सिपिरियेंस. सोशल वर्कर, एक्टिविस्ट. 

सुनीता शाह

को-फाउंडर

राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी से बीकॉम वह एम.कॉम. क्लेआर्ट वह हैंडलूम स्कील में कई वर्षों का शानदार एक्सिपिरियेंस.

कुमार मृत्युंजय

को-फाउंडर

दिल्ली से स्कूली शिक्षा. नालंदा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट.